दुनिया के सबसे सफल लोग निराशा और विफलता का सामना करने के बाद ही सफल हुए हैं, फिर भी हम असफलता से क्यों डरते हैं? अगर आप इस सवाल का जवाब तलाश कर रहे हैं तो इस article को ज़रूर पढ़ें।
असफलता हमारी ज़िंदगी का अंत नहीं है ये तो हमें इसलिए बुरी लगती है क्योंकि हम उस पर आशा लगा चुके होते हैं। हमारी भावनाएँ उस एक विशेष मकसद से जुड़ चुकी होती हैं। इसलिए जब वो मकसद पूरा नहीं होता तो हमारा दिल टूट जाता है।
एक लड़का जो अपनी भावना एक लड़की से जोड़ ले और उसे प्यार करने लगे, तो वह प्यार उसका मकसद बन जाता है। वो हर कीमत पर अपने प्यार में सफल होना चाहता है। और जब वो लड़की उसे मना कर देती है तो वह उदास हो जाता है। उसे लगता है कि वो असफल हो गया। यही बात हमारे काम या करियर में भी लागू होती है।
लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम अपने जीवन के एक क्षेत्र में असफल हो गये तो अन्य क्षेत्रों में भी असफल हो जाएँगे।
एक बहुत अधिक सफल व्यक्ति कई बार अपने व्यक्तिगत जीवन में असफल होता है। हो सकता है एक असफल कर्मचारी बहुत अच्छा पिता या पति हो, एक छात्र जो फेल हो गया हो वो फुटबाल में बहुत अच्छा हो।