हम लोग ऐसी सदी में जी रहे हैं जहां सोशल मीडिया हमारे जीवन का अटूट अंग बन गया है। हर कोई अपनी तस्वीर के ऊपर लाइक, कॉमेंट और वयुज़ चाहता है, यहाँ तक की सोशल मीडिया पर शोहरत चाहता है और आज जो सोशल मीडिया पर मशहूर है उसे कामयाब और शक्तिशाली इंसान के रूप में देखा जाने लगा है।
आजकल यदि एक दिन भी सोशल मीडिया पर एकटिव न हो तो ऐसा लगता है कि हम दुनिया से कट चुके हैं। एक दिन फोन हाथ में न हो तो बेचैनी होने लगती है। कौन सा फिल्टर इस्तेमाल करने से ज्यादा लाइक्स आ सकते हैं? कौन सी वीडियो पोस्ट करने से ज्यादा वियुज़ आ सकते हैं? हर कोई इसी ही दौड़ में लगा है।
क्या हमारी जिंदगी का मकसद मशहूर होना है? या शोहरत पाने से लोग हमसे प्यार करने लगेंगे? या वियुज़ ज्यादा आने से आपका मन संतुष्ट होगा? आपका मशहूर होने का मकसद क्या है? क्या आप अपना व्यापार बढ़ाना चाहते हैं? क्या आप एक आर्टिस्ट हैं? या आप एक एक्टर हैं? या आप अपने भले संदेशों के द्वारा दूसरों को उत्साहित करना चाहते हैं? यदि आप इन में से एक है तो मशहूर होना आपके मकसद का हिस्सा है, आपके करियर का हिस्सा है और मशहूर होना बुरी बात नहीं।
आप हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपकी शोहरत हमेशा किसी मकसद से जुड़ी होनी चाहिए। यदि आप के मशहूर होने के पीछे कोई मकसद नहीं तो ऐसे में ना आपका लाभ है और ना ही किसी दूसरे का। वरना सोशल मीडिया पर ऐसे लोग बहुत से हैं जो दूसरों को भली बात के लिए प्रेरित नहीं करते पर उनका पोस्ट सिर्फ उनके बारे में होता है, दूसरों को बदनाम करने वाली बातों के द्वारा, अश्लील कंटेंट अपलोड कर मशहूर होने के घटिया तरीके अपनाते हैं ताकि किसी भी तरह से उनका नाम चलता रहे।
BTS – कोरियन पॉप बैंड जो दुनिया का नंबर 1 मशहूर बैंड कहा जाने लगा है। इस बैंड के एक सदस्य ने डिप्रेशन और अकेलापन के कारण आत्महत्या कर ली। जेनिफ़र लोपेज जो कामयाबी, शोहरत, पैसे के बावजूद भी आज अकेली है। तीन बार शादी करने के बाद भी जीवन से असंतुष्ट है। क्रिस जेनर, एंजेलिना जोली उन बहुतों में से वह चंद नाम हैं जो शोहरत के बावजूद भी आज अकेलेपन मे जी रहे है। भारत में भी कितनी सारे मशहूर लोग परवीन बाबी, कुनाल सिंग, दिव्या भारती, जिया खान जैसी जानी मानी हस्तियों ने अपने जीवन को समाप्त कर दिया।
मेरी एक सहेली का भाई सोशल मीडिया पर अपनी फोटोस को पोस्ट करने के लिए इतना दीवाना था कि एक बार अपनी तस्वीर लेने के लिए वह बहुत पुरानी इमारत पर चढ़ गया और पांव फिसलने से वहां से गिरकर उसकी मौत हो गई थी। वह बस 16 साल का था और एक परफेक्ट सेल्फी और कुछ लाइक पाने की दौड़े में उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
आज हमें यह सोचने और अपने आप से सवाल करने की जरूरत है कि क्या फायदा होगा ऐसे जीवन का जिसमें आपने सारी दुनिया को पा लिया पर अपनी जिंदगी को गवा दिया? इंसान अपनी जान के बदले क्या दे सकता है? दो पल की शोहरत के बदले मौत कौन चाहता है? पर आज के समय में हम इतने अंधे हो गए हैं कि शोहरत और मशहूर होने की दौड़ में मौत तक की नौबत तक पहुंच जाते है और इस बात का एहसास तक नहीं करते और जब एहसास होता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
आपकी जिंदगी ईश्वर की अनमोल आशीष है। बाइबिल बताती है कि हम परमेश्वर की सबसे सर्वसरेशेठ रचना हैं और हमें ईश्वर ने अपनी छवि में बनाया है। ये ज़रूरी है कि हम मशहूर होने से पहले, हम अपने जीवन का उद्देश्य ढूँढे। इसे सोच समझकर, सही निर्णय लेकर व्यतीत करें और जो लोग, दोस्त सही जीवन जीने की ओर आपको प्रेरित करें उन्हें सराहें, उनसे प्रेम करें और उनका साथ न छोड़ें। अपने जीवन को एक मकसद दे और उसके अनुसार जीए ताकि आपकी उन्नति हो। इसी में आपकी कामयाबी है। अगर आपको मदद की ज़रूरत है तो नयिमंज़िल से जुड़े।
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