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Blog: अपने पैसे को कैसे बढ़ाएं?
क्या आपको ऐसा लगता है जैसे आपकी जेब में कोई छेद है। जितने भी पैसे कमाओ बस सब कम पड़ता है। क्या आप कोई ऐसा तरीक़ा ढूँढ रहे हो जिसमें पैसा बढ़ाया जा सकता है? तो फिर आप इस बलौग़ (blog) को ज़रूर पढ़ें।
क्या पैसे पर ही हमारा जीवन निर्भर है?
‘पैसा’, यह शब्द सुनते ही हम या तो सतर्क या ख़ुश, या थोड़े अलर्ट हो जाते हैं, क्यों? क्योंकि कहीं-ना-कहीं, हमारा पूरा जीवन इसी पर निर्भर करता है। पैसे के लिए पता नहीं हम क्या-क्या करते हैं! हमारी पढ़ाई, हमारा करियर, जॉब और सारा कुछ इसी बात पर निर्भर करता है कि वहां से हमारी कितनी कमाई होगी। पैसे के ऊपर निर्भर करके ही हम अपने जीवन में आगे बढ़ते हैं। हमारी शादी, फ़ैमिली और रिटायरमेंट प्लान वगैरह भी इसी बात पर निर्भर करता है। बहुत सारी चीजों में पैसा ही कुछ उन गिने-चुने चीजों में से है, जो हमें जितना भी मिल जाए हमारे लिए कम है।
अपने पैसे को कैसे बढ़ाएं?
अपने पैसे को कैसे बढ़ाएं?- यह एक ऐसा विषय है जिस पर हम सब बातें करना और जानना चाहते हैं। यहां हम एक ऐसे इंसान के बारे में जानेंगे, जिसने अपने लाइफ़ में पैसे को अच्छी तरह से मैनेज करना या पैसे को सही तरह से इस्तेमाल करना और बढ़ाना सीखा।
कोलकाता में अनिल का एक अच्छा-ख़ासा बिज़नेस है। उसका कपड़ों का कारोबार है। वह दो फ़ैक्टरियों का मालिक है। लेकिन उसके हालात हमेशा ऐसे ना थे। वह अपने बिज़नेस स्किल्स में काफ़ी कच्चा था और उसे अपने लाइफ़ में काफ़ी नुक़सान से होकर गुज़रना पड़ा था। पैसे को मैनेज करना अनिल के लिए हमेशा चुनौती भरा था और उसने इस जगह काफ़ी ग़लतियाँ की। एक बार एक बिज़नेस सेमिनार में शामिल होने के बाद उसके मैनेजमेंट स्किल्स में परिवर्तन आया और उसका बिज़नेस अचानक से बढ़ने लगा।
जाने पैसे का असली सोर्स क्या है?
अनिल ने इस बात को जाना कि पैसे का सोर्स परमेश्वर यीशु मसीह हैं जो हमें पैसे को संभालने का चरित्र देते हैं। सही सिद्धांतों के बिना अनिल के लिए पैसे को कमाना और सम्भालना असंभव था और उसने ये बाइबिल से सिखा। अनिल को इस बात ने सबसे ज़्यादा प्रभावित किया। अनिल ने कड़ी मेहनत करना, सही जगह पर इन्वेस्ट करना और ऐसे लोगों की सलाह लेना सीखा जो परमेश्वर पर विश्वास करते हैं। लॉकडाउन के दौरान अनिल ने, घर से ही काम करते हुए (वर्क फ्रॉम होम), अपने बिज़नेस को एक डिजिटल मार्केट का आधार दिया। अनिल ने पैसे कमाने के साथ-साथ, दूसरों से उधार लिए हुए पैसों को वापस किया।
अनिल ने अपने इन्कम को स्थिर बनाए रखने के लिए बचत करना भी सीखा। अपनी लाइफ़ की ज़रूरतों में कन्टेंट रहना और अपने हर एक ख़र्च का हिसाब रखना भी बचत करने का एक तरीका है।
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