यह एक काफ़ी गंभीर मानसिक बीमारी है जो एक व्यक्ति कैसे सोचता है, महसूस करता है और व्यवहार करता है उसे प्रभावित करती है। सिजोफ्रेनिया(Schizophrenia) से पीड़ित लोगों को ऐसा लग सकता है कि उन्होंने वास्तविकता से संपर्क खो दिया है।
बाकी मानसिक बीमारियों जितनी समान्य नही हैं, दुनिया भर में 18 साल से उपर के लोगो में 1% लोगो की किसी ना किसी तरह का, किसी स्तर का सिजोफ्रेनिया(Schizophrenia) है।
इसका कारण निस्चित नही हैं, पर यह माना जाता हैं की हमारा वातावरण और निजी तथा परिवारिक परिस्तिथि की उलझने इसका कारण हो सकती हैं।
व्यावहारिक चिकित्सा जैसी कई मानसिक चिकित्सा का उपयोग किया जाता हैं। इसमे मानसिक संकट को दूर करने के लिए मरीज़ के नुक़सानदायक व्यवहार को सुधारने का प्रयास किया जाता है।
सिजोफ्रेनिया(Schizophrenia) के इलाज का उद्देश्य उस से आई पीड़ा को कम करना है। स्किट्ज़ऑफ्रेनिया ठीक करना पूरी तरह मुमकिन नही हैं, पर जो व्यक्ति इस से गुज़रता है उसकी ज़िंदगी में खुशी और सामान्यता लाना मुमकिन है। काफ़ी लोग जो इस से गुज़रते हैं वो चीकिसटा और दवाई की मदद से अपनी ज़िंदगी को सामान्य लोगों की तरह जी पाते हैं – अच्छे निजी संबंध और नौकरी रख पाते हैं।
सिजोफ्रेनिया(Schizophrenia) से लड़ने के लिए और बेहेतर होने की लिए एक चिकित्सक की मदद ज़रूरी है। पर ऐसी कई चीज़े हैं जो इस से गुज़रता व्यक्ति अपनी ज़िंदगी में लागू कर सकता है।
सबसे पहले, एक सिजोफ्रेनिया(Schizophrenia) के मरीज़ को अपने रोग-निदान को पूरी तरह स्वीकार करना ज़रूरी हैं ताकि वह इस से लड़ सके और विजय पा सके। अपने जीवन के दैनिक लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश हमेशा रखनी चाहिए। अपने प्रिय दोस्तो और परिवार के सदस्यो से जिन पे आप भरोसा रखते हैं वो आपके दिल को काफ़ी फायदा देंगे।
सिजोफ्रेनिया (Schizophrenia) काफ़ी डरावनी लग सकती हैं, पर सही मदद और देखभाल से इस से चँगायी मिल सकती है। जब तक आप दवाई और डॉक्टर की मदद से आगे बढ़ते रहे और खुद को अपने प्रेम करने वालो की संगति में रखे, आप की स्थिति बेहतर हो सकती है।
सिजोफ्रेनिया (Schizophrenia)पागलपन नहीं, यह बस एक बीमारी है, जैसे कोई भी और शारीरिक बीमारी हो और हमे इसका मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए। अगर आप इस से गुज़रते हुए किसी को भी जानते हो, मेरी विनती है आपसे की आप उनके साथ निमरता और प्रेम से रहे।
ऐसी कोई पीड़ा या बिमारी नही हैं जो प्रभु यीशु के सामने असंभव हो। यीशु मसीह ने मौत पे विजय पाई हैं और उनका अधिक प्रेम हमारे लिए हमारे रोगों से भी विजय पाने में मदद करता है।
यीशु ही एक ऐसा दोस्त हैं जो हमारे लिए अपनी जान भी दे चुके हैं और यदि आप उनके बारे में ओर जानना चाहते हैं और इस बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो हमसे सम्पर्क करें!
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