वैसे डेटिंग आज कल इज़्ज़त की बात बन गयी है। अगर इस हफ़्ते मज़े डटे नहीं मिली तो लोग क्या सोचेंगे। पर सुनो, क्या ये सोच सही है? ऐसे तो हम हमेशा स्ट्रेस में रहेंगे? टिंडर ने तो हमारे फ़ोन में चुनाव का मौक़ा दे दिया है। स्वाइप कर के आपको डटे मिल जाती है।
जब आप किसी विपरीत सेक्स के व्यक्ति के साथ बहुत अधिक समय बिताते हैं और उसे बहुत पसंद करते हैं। आप उनके साथ घूमते फिरते है लेकिन जब तक आप में या उस व्यक्ति के बीच ऐसी कोई साफ़ तौर पर बातचीत न हुई हो की आप एक दुसरे को डेट करना चाहते हैं, तो ये डेटिंग बिलकुल नहीं है।
आपने ऐसे बहुत से मामले देखे होंगे जिसमें दो लोगों ने डेटिंग की – स्कूल या कॉलेज में पर बाद में अलग हो गए। या ऐसे मामले जिसमें दो लोगों ने सिर्फ इसलिए डेटिंग की क्योंकि वे एक दूसरे को पसंद करते थे और दोनों के बीच शादी की कोई बात नहीं हुई थी। इसका मतलब ये नहीं की डेटिंग के दौरान अगर आपको लगे आपका साथी आपके लिए सही नहीं है तब भी आप उस रिश्ते को ढोते रहें। इसका मतलब ये है की आप तभी डेटिंग करें जब आप गंभीर हों अपनी भावनाओं के बारे में और उस व्यक्ति के बारे में।
विपरीत सेक्स के प्रति आकर्षित होना बहुत स्वाभाविक बात है। लेकिन डेटिंग बहुत ज़िम्मेदारी भरा काम है। जैसे एक लड़की जब डेटिंग करती है तो वो खुद को लड़के के साथ बहुत सुरक्षित महसूस करती है।लेकिन यदि वो लड़का गैर ज़िम्मेदार है या वो लड़की की सुरक्षा का ध्यान या भावनाओं का ध्यान नहीं रखता है तो वो लड़का डेटिंग के लिए तैयार नहीं है।
उसी तरह यदि लड़की ऐसे परिवार से है जहाँ डेटिंग को बुरा माना जाता है और डेटिंग के लिए उसे झूठ बोलना पड़ता है, तो वो लड़की भी डेटिंग के लिए तैयार नहीं है क्योंकि शायद आगे चलकर उसके परिवार के वजह से उसे रिश्ता ख़त्म करना पड़े। इसलिए ज़रूरी है की सब बातों और परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही डेटिंग की जाए। इस से हम खुद को होने वाली भावनात्मक चोट से बचा सकते हैं।
डेटिंग करने से पहले ये बातें ध्यान रखें –
क्या तुम नहीं जानते की तुम्हारा शरीर ईश्वर का मंदिर है और ये की ईश्वर के आत्मा इस मंदिर में रहती है? ।[१ कुरिन्थियों ३: १६]
दोस्तों बाइबिल जिस ईश्वर के बारे में बताती है वह आपकी ज़रूरतों को समझता है। ऐसा नहीं है की वो डेटिंग या सेक्स के खिलाफ है। लेकिन ये वो परमेश्वर है जो चाहता है की आप अपने जीवन के हर चीज़ का भरपूर आनंद लें। इसके लिए ज़रूरी है की आप उसकी आज्ञा मानें और उस पर भरोसा रखें की वो आपको वो सब देगा जिसके आप सपने देखते हैं।
पहले उसके धर्म और राज्य की खोज करों तो वो तुम्हें सब अच्छी चीज़ें देगा। [मत्ती ६: ३३]
यदि आप इस ईश्वर को अपना लें, और अपने जीवन की बागडोर उसे सौप दें तो वो आपको न केवल एक अच्छा साथी देगा बल्कि एक भरपूर जीवन भी देगा और इस जीवन के बाद का अनंत जीवन भी। अगर आप इस सच्चे ईश्वर को जानना चाहते हैं या आप डेटिंग के बारे में और बात करना चाहते हैं तो हमें लिखिए।आओ हमारे साथ इस नयीमंज़िल पे!
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