प्यार, इश्क, मोहब्बत जिंदगी के एक मोड़ पर हर किसी की मुलाकात इस प्यार से हुई है और जो अनुभव उसने कराया वो ना ही भुलाया जा सकता है और ना ही मिटाया। हर किसी की चाहत है कि कोई उसे प्यार करे, वो किसी को प्यार दे, कोई उसकी परवाह करे।“दोस्तों जब प्यार किया तो डरना क्या!” ये ही तो हम फ़िल्मों और बॉलीवुड में देख कर बड़े हुए हैं पर जब ख़ुद प्यार करते हैं तो क्यों हमारी हवा निकल जाती है? क्यों हमें डर लगता है?
पर इन सब बातों के बीच एक चीज़ है जो हमारे प्यार के सपनों पर पानी फेर देती है और वो है “डर”। प्यार और उसके बीच में डर के विचार आना स्वाभाविक है पर यदि उस पर काबू न किया जाए तो आपके लिए बड़ी आफत बन सकता है और आपके प्यार और रिलेशनशिप के बीच में दूरियां बना सकता है। तो चलिए आज नज़र डालते हैं प्यार में डर के ऊपर क़ाबू कैसे पाएँ। आखिर वो प्यार में कौन से डर हैं जिनका सामना हम दिन-ब-दिन करते हैं पर उसका हल नहीं जान पाते।
लड़कियों लड़कों से बिना किसी प्यार की फ़ीलिंज़ के बात कर सकती हैं पर लड़कों के साथ ऐसा नहीं है यदि कोई लड़की ज्यादा देर तक उनके साथ बात करें तो ज्यादातर प्यार की भावनाएँ लड़कों में पहले जागने लगती है।
यदि आप लड़की से प्यार करते हैं और आपको इस बात का डर है कि आप कहीं फ्रेंडज़ोन में न रह जाए तो अपने दिल की बात उसे बता दे। वरना ऐसा न हो कि सही समय का इंतजार करते करते बहुत देर हो जाए और आप हमेशा के लिए फ्रेंडज़ोन में ही रह जाए।
आज बहुत से लोग हीन भावना (inferiority complex) से भरे हुए हैं। अपने चेहरे को लेकर, अपने वजन को लेकर, अपने रंग को लेकर जैसा वो दिखते हैं उसे लेकर कॉन्फिडेंट महसूस नहीं करते। इसलिए उन्हे हमेशा डर सताता रहता है कि उनका साथी दिखने में उनसे ज्यादा सुंदर और अट्रैक्टिव है, लड़कियां/लड़के उनके पीछे भागते है। कहीं वो मुझे छोड़कर न चला जाए। यदि आप इन डर के विचारों से गुजर रहे हैं तो आपको अपने आप से प्यार करने की जरूरत है, अपने आप को अपनाने की जरूरत है और अपने साथी के साथ इस बारे में साफ साफ बात करने की जरूरत है और इस पर अपने साथी के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है।
उसका फोन हमेशा वेटिंग पर ही रहता है। कही ऐसा तो नहीं ऑफिस का नाम लेकर वो किसी लड़के से बात कर रही है? क्या वो मुझे धोखा तो नहीं दे रही? क्या मैं धोखे में जी रहा हूं? अगर उसने मुझे धोखा दे दिया तो मैं इस बात को कैसे अपना पाऊंगा? यदि आपको धोखे के विचार डरा रहे हैं तो आपको अपने साथी के साथ ज्यादा समय बिताने की जरूरत है, आपको एक दूसरे के बारे में अच्छी तरह से जानने की जरूरत है ताकि आपका भरोसा एक दूसरे पर मजबूत हो।
हमारे धर्म एक दूसरे से अलग हैं। मुझे डर है कही हमारे माँ बाप हमारी शादी के लिए राजी नहीं हुए तो मैं क्या करूँगा? यदि आप इस बात से परेशान हैं तो सबसे पहले आप अपने साथी से इस बारे में बात करें और यदि आप सच में एक दूसरे के साथ रहना चाहते हैं तो एक दूसरे के लिए आप stand लें और आपसी सहमति से फिर अपने माँ बाप से अपनी शादी के लिए बात करें।
दोस्तों बाइबिल बताती है कि सिद्ध प्यार में डर नहीं होता। सिद्ध प्यार तो हमारे अंदर के हर डर को दूर कर देता है। दोस्तों ऐसा सिद्ध प्यार हमसे सिर्फ़ यीशु मसीह ही करते हैं और उनके प्यार में डर के लिए कोई जगह नहीं है, उनका प्यार हमें ख़ुद से प्यार करना, विश्वास करना सिखाता है और हम जैसे हैं वैसे ही अपनाता है।
यदि आप प्यार में डर के साथ संघर्ष कर रहे हैं तो आप जब तक उस डर से दूर होने के लिए काम नहीं करेंगे तो उसका कुछ हल नहीं होगा इसलिए आज निर्णय लें और उन डर के बारे में सोचें जो आपको परेशान कर रहे हैं और अपने साथी के साथ मिलकर उस पर काम करना शुरू करें ताकि आपका रिलेशनशिप और गहरा और बेहतर होता चला जाए।
अगर आप मदद की ज़रूरत है और आप ईश्वर के सिद्ध प्यार के बारे और जानना चाहते हैं तो नई मंज़िल से सम्पर्क करें। नई मंजिल की शुभकामनाएँ आपके साथ है।
क्या आप बिना कुछ काम किए भी हर समय थका हुआ महसूस करते हो? कई…
आपने अपनी मनोकामना को पूरी करने के लिए क्या क्या किया है? हम अपनी मनोकामना…
प्यार के बिना ज़िंदगी का कोई मतलब नहीं है पर यह भी सच है कि…
“क़िस्मत का लिखा कोई नहीं मिटा सकता।” “ये तो नसीबों की बात है।” क्या हमारी…
ये बात सच है कि "कल किसने देखा है" पर भविष्य की तैयारी और योजना…
ट्रैन पटरी से उतरने की दुर्घटना में, घायल हुए 1000 से भी ज़्यादा लोग। इस…