ट्रू लव टेस्ट | True Love Test |

क्या है ट्रू लव?

‘लव’ या प्यार एक ऐसा लव्ज़ है जिससे हम सब वाकिफ़ हैं। अपनी ज़िंदगी में हम कई बार इससे रूबरू होते हैं। हम सब प्यार की अलग-अलग परिभाषा देते हैं, अपने-अपने तरीके से इसे बयां करने की कोशिश करते हैं। कोई कहता है कि एक माँ का प्यार सबसे महान होता है, तो कोई कहता है कि एक पिता का प्यार अतुलनीय है। किसी के मुताबिक भाई-बहन का प्यार सबसे अनोखा है तो किसी के अनुसार एक दोस्त का प्यार सबसे निराला है। और इन सबसे अलग कुछ लोगों की राय अगर लें तो एक प्रेमी-प्रेमिका या पति-पत्नी का आपस में प्यार दुनिया में सबसे अलग है क्योंकि यहीं से सारे रिश्तों की शुरुआत होती है।

 सच्चे प्यार की परख

आखिर सच्चे प्यार की परिभाषा है क्या, क्या है ट्रू लव? और इसका टेस्ट या इसकी परख हम किस तरह कर पाएंगे?

परमेश्वर के वचन बाइबिल के अनुसार परमेश्वर का हमारे लिए प्यार सबसे उत्तम और अपने-आप में परफेक्ट या कम्प्लीट है। परमेश्वर के प्यार में ज़रा सी भी चूक या कमी नहीं है। बाइबल बताती है कि- “परमेश्वर ने जगत से इतना प्यार किया कि अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वो नाश न हो बल्कि अनन्त जीवन पाए।” इस बात से दो बातें पता चलती है। पहली यह कि परमेश्वर ने प्यार की खातिर अपने इकलौते पुत्र को हमें दिया और दूसरी बात यह कि यह प्यार हमें नाश होने से बचाता है और अनन्त जीवन देता है।

प्यार की परिभाषा

सच्चे प्यार की परख अगर हमें करनी है तो हम बाइबिल के इस कथन को देख सकते हैं- “प्रेम धीरजवन्त है और कृपालु है। प्रेम डाह नहीं करता। प्रेम अपनी बड़ाई नहीं करता, और फूलता नहीं। वह अनरीति नहीं चलता, वह अपनी भलाई नहीं चाहता, झुंझलाता नहीं, बुरा नहीं मानता। कुकर्म से आन्नदित नहीं होता, परन्तु सत्य से आन्नदित होता है। वह सब बातें सह लेता है, सब बातों की प्रतीति करता है, सब बातों की आशा रखता है, सब बातों में धीरज धरता है। प्रेम कभी टलता नहीं….पर अब विश्वास, आशा, प्रेम ये तीनों स्थाई हैं, पर इन में सब से बड़ा प्रेम है।”है न चौंकाने वाली बात!!! आखिर हम में से किसने प्यार के बारे में ऐसा सोचा होगा??? और अगर ऊपर कही गई बात सच है तो फिर हम सब प्यार के मामले में नासमझ और अनाड़ी हैं। हमारे लिए सही मायने में सच्चा प्यार कर पाना मुश्किल है और शायद इसलिए बाइबिल की एक और बात यहाँ सही साबित होती है कि- “प्रेम इस में नहीं कि हम ने परमेश्वर से प्रेम किया; पर इस में है, कि उस ने हम से प्रेम किया; और हमारे पापों के प्रायश्चित्त के लिये अपने पुत्र को भेजा।”

ट्रू लव का कनेक्शन

क्या अब हम इस कनेक्शन को समझ पा रहे हैं? प्यार परमेश्वर का ही हमें दिया गया एक तोहफा है। हम अपने सारे रिश्तों-नातों में जिस ‘परफेक्ट लव’ को खोजते हैं वो दरअसल परमेश्वर के प्यार की ही एक झलक है। दुनिया के रिश्तों का सारा प्यार परमेश्वर के प्यार की ओर ही इशारा करता है। और इसलिए यीशु मसीह ने हमें परमेश्वर को प्यार करने के लिए कहा और फिर हमें अपने पड़ोसी को प्यार करने की आज्ञा दी। अगर हम परमेश्वर को प्यार करके उनके परफेक्ट लव को नहीं जानेंगे तो फिर हम सही मायने में अपने पड़ोसी से भी प्यार नहीं कर पाएंगे और हमारा ‘ट्रू लव टेस्ट’ अधूरा रह जाएगा।

अगर आप परमेश्वर के परफेक्ट लव और ट्रू लव टेस्ट के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो आज ही हमसे संपर्क करें। 

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Nirvi

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