“क़िस्मत का लिखा कोई नहीं मिटा सकता।” “ये तो नसीबों की बात है।” क्या हमारी ज़िंदगी सच में क़िस्मत का…
ना स्वर्ग मिला, ना नरक मिला, बस दोनो के बीच का फ़र्क़ मिला। क्या है स्वर्ग की सच्चाई? आइए जाने…